ज्यादा हिचकी या फिर कम हिचकी आने से कोई भी व्यक्ति परेशान हो जाता हैं। इसके लिए एक चम्मच शहद और दो चम्मच तुलसी का रस मिलकर सेवन करने से हिचकी आना बंद हो जाती है।
हिचकी आने पर सरसो के दानों को पानी में डालकर गरम कर लें। अब इसके ठंडे होने पर इसका सेवन करें हिचकी बंद हो जाएगी।
काली मिर्च में बहुत से गुण होते हैं। काली मिर्च हिचकी में लाभकारी हैं। काली मिर्च के चूर्ण को शहद में मिलाकर सेवन करने से लाभ होता है।
हिचकी होने पर दो ग्राम छोटी इलायची को पीसकर पानी में डालकर गरम करें। जब आधा पानी बचे तक गरमा गरम इसका सेवन करें।
गोमूत्र बहुत ही उपयोगी होता है। त्रिफला चूर्ण को गोमूत्र में डालकर सेवन करने हिचकी आनी बंद हो जाती है।
उरद की दाल को जाकर उसके धुएं में सांस लें हिचकी ठीक हो जाएगी।
केले का फल तो फायदेमंद होता है, लेकिन केले की दस ग्राम जड़ को घिसकर थोड़ी मिश्री मिलाकर सेवन करने से हिचकी ठीक हो जाती है।
हिचकी आने पर पानी का सेवन जरूर करना चाहिए। इससे हिचकी जल्द ही बंद हो जाती है।