यह बीमारी होने का सबसे मुख्य कारण होता है दांतों और मसूड़ों की ठीक से देखभाल न करना और मसूड़ों की सूजन को नजरंदाज करना । पायरिया दांतो से जुडी ऐसी ही एक बीमारी है जिसमें मसूडो से खून निकलने लगता है और मुँह से बदबू आती है। यदि इस पर तुरंत नियंत्रण न किया गया तो यह गंभीर रूप धारण कर लेता है। पायरिया जो सुवह समय पर फ्रेस न होने दाँत व जीभ साफ न करने पर मुँह के अन्दर लगी गंदगी के कारण वदवू पैदा हो जाती है जो बाद में मसूड़े सुजा कर पायरिया बन जाती है। पायरिया का भी इलाज है और वो भी आयुर्वेदिक उपचार। समय रहते ही इसका इलाज आयुर्वेदिक तरीके से कर लेना चाहिये नहीं तो मसूड़ों में सड़न की वजह से सारे दांत सड़ चुके होगें।
ब्रश करने के बाद थोड़ा सा नमक सरसो के तेल में मिला कर उंगली से दांतों और मसूढ़ों पर हल्की मालिश करने पर मसूड़ों से खून आना बंद हो जाता है।
नीम की दातून करने से भी मसूड़े स्वस्थ रहते हैं।
पीसे हुए काली मिर्च में नमक मिला कर दाँतों पर मलने से भी पायरिया के रोग को ठीक किया जा सकता है।
अमरूद के पेड़ के कुछ पत्तियों को 10-15 के लिए चबाकर थूंक दें। इसे नियमित करने से मसूड़ों से खून निकलना बंद हो जाता है।
घी में कपूर मिलाकर दाँतों पर मलने से भी पायरिया समाप्त हो जाती है।
पानी व विटामिन सी वाले फलों जैसे- आंवला, अमरूद, अनार व संतरे आदि का सेवन पर्याप्त मात्रा में करें।
निम्बू के रस को मसूड़ों पर लगाना चाहिए. इससे मसूड़े से खून निकलना बंद हो जायेगा।