अमरबेल क्या है?
अमरबेल असल में एक परजीवी पौधा है। मतलब ये कि इसके पास न तो पत्ते होते हैं, न जड़ और न ही ये खुद जमीन से खाना खींच पाती है। ये किसी पेड़ या झाड़ी पर चिपक जाती है और उसी का रस चूसकर जीती है।
- इसका रंग हल्का पीला या सुनहरा होता है।
- ये धागे जैसी पतली-पतली बेल होती है।
- पेड़ को कसकर पकड़ लेती है और धीरे-धीरे फैलकर उसे ढक लेती है।
गाँव के बुज़ुर्ग कहते हैं – “अमरबेल जहां चढ़ जाए, पेड़ का रस खा जाती है।” यही वजह है कि किसान कभी-कभी इसे हटा देते हैं। लेकिन आयुर्वेद के नजरिए से देखें तो ये बहुत कीमती जड़ी-बूटी है।
अमरबेल क्यों खास है?
- इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं।
- आयुर्वेद में इसे बालों, पेट, लीवर और त्वचा की बीमारियों में बहुत काम का बताया गया है।
- कई शोध (रिसर्च) बताते हैं कि अमरबेल में ऐसे तत्व हैं जो इम्युनिटी को मजबूत करते हैं और शरीर से जहरीले तत्व (toxins) निकालने में मदद करते हैं।
अमरबेल के फायदे
अब आते हैं इसके असली फायदे पर।
1. बालों के लिए अमरबेल वरदान है
गाँवों में लोग अमरबेल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल बालों की देखभाल में करते हैं।
- अमरबेल का रस बालों की जड़ों को मजबूत करता है।
- इससे बाल झड़ना कम होता है।
- रूसी, खुजली और सिर की गर्मी दूर होती है।
- लंबे समय तक इस्तेमाल करने से बाल काले और घने हो जाते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल:
अमरबेल को पीसकर नारियल तेल या सरसों के तेल में उबाल लें। ठंडा होने पर छानकर इस तेल से हफ्ते में 2–3 बार मालिश करें।
2. लीवर और पेट की बीमारियों में फायदेमंद
- अमरबेल का काढ़ा पीने से लीवर मजबूत होता है।
- ये भूख बढ़ाने में मदद करता है।
- अपच, गैस और कब्ज जैसी दिक्कतों में राहत देता है।
- पीलिया (जॉन्डिस) के मरीजों को भी आयुर्वेद में अमरबेल का काढ़ा देने की सलाह दी जाती है।
कैसे करें इस्तेमाल:
अमरबेल की बेल को पानी में उबालकर उसका काढ़ा बनाएं और सुबह-शाम पीएं।
3. त्वचा को चमकदार और साफ बनाती है
अमरबेल सिर्फ पेट और बालों के लिए ही नहीं, बल्कि त्वचा की बीमारियों में भी बहुत काम आती है।
- फोड़े-फुंसी और खुजली में राहत देती है।
- त्वचा पर दाग-धब्बे हल्के करती है।
- चेहरे को निखारने में मदद करती है।
कैसे करें इस्तेमाल:
अमरबेल को पीसकर पेस्ट बना लें और दाग-धब्बों वाली जगह पर लगाएं।
4. ब्लड प्रेशर और शुगर में मददगार
अमरबेल का नियमित सेवन हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है।
कुछ रिसर्च बताते हैं कि ये शुगर लेवल को भी संतुलित रखने में सहायक है।
5. इम्युनिटी और कमजोरी दूर करती है
- अमरबेल में मौजूद तत्व शरीर की इम्युनिटी बढ़ाते हैं।
- ये शरीर की थकान और कमजोरी को कम करती है।
- लंबे समय से बीमार लोगों के लिए इसे टॉनिक जैसा माना जाता है।
6. चोट और सूजन में राहत
अमरबेल का लेप लगाने से चोट, जलन और सूजन जल्दी ठीक हो जाती है।
इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन कम करते हैं।
अमरबेल का इस्तेमाल कैसे करें?
- काढ़ा बनाकर पीएं – लीवर और पेट के लिए।
- तेल में उबालकर लगाएँ – बालों के लिए।
- पेस्ट बनाकर लगाएँ – त्वचा के लिए।
- सूखा पाउडर बनाकर खाएँ – इम्युनिटी और कमजोरी दूर करने के लिए।
किन्हें अमरबेल का सेवन नहीं करना चाहिए?
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएँ बिना डॉक्टर की सलाह के न लें।
- जिनको लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, वो सावधानी बरतें।
- ज़्यादा मात्रा में लेने से पेट दर्द या दस्त हो सकते हैं।
अमरबेल देखने में चाहे कितनी भी साधारण लगे, लेकिन ये औषधीय खजाना है।
- बालों को मजबूत और काला बनाती है।
- लीवर और पाचन दुरुस्त करती है।
- त्वचा को साफ और दाग-धब्बे रहित बनाती है।
- इम्युनिटी बढ़ाकर शरीर को ताकत देती है।
लेकिन हमेशा ध्यान रहे कि इसका सेवन सीमित मात्रा में और डॉक्टर की सलाह से ही करें।
अमरबेल या किसी भी जड़ी-बूटी का इस्तेमाल करने से पहले योग्य वैद्य या डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें। घरेलू नुस्खे केवल सहायक होते हैं, इलाज का विकल्प नहीं।