सभी के रसोई घरों में सरसों का तेल आसानी से उपलब्ध होता है, उत्तर भारत में इसे कड़वा तेल के नाम से भी जानते हैं। आपको जान कर हैरानी होगी की यह हमारी त्वचा की सुंदरता, शरीर में किसी प्रकार का दर्द चाहे वो जोड़ों का दर्द हो कान का दर्द हो सभी को ठीक करने की क्षमता रखता है। हमारे आंतरिक शरीर को की प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने में मदद करती है। सरसो औषधि के रूप में भी प्रयोग किया जाता है, आइये जाने इस हमारे जीवन के दैनिक कार्यों में प्रयोग होने वाली इस तेल के गुणों को –
- सरसो के तेल का प्रयोग बालों को झड़ने से रोकने में किया जा सकता है, इसे हर सप्ताह में 2-3 बार अच्छे से मालिश करने से बालों का झड़ना कम हो जाता है।
- सरसो के तेल में जोड़ों के दर्द को कम करने का गुण होता है, इसे जहा पर दर्द हो उस जोड़ पर मालिश करने से आराम मिलता है।
- जब आप थके हुए रात को आये तो सरसों के तेल से पैरों की मालिश करें इससे थकन दूर होगी और अच्छी नींद आएगी।
- इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन E होता है, इसे चेहरे पर लगाने से त्वचा में नमी बनी रहती है।
- रात में सोने से पहले हाथ पैर मुह धुल कर पैरों की तली में सरसों का तेल लगाने से आंखें स्वस्थ्य रहती हैं।
- सरसों के तैल हमरे पेट में ऐपिटाइजर के रूप में काम करता है जिससे भूख बढ़ने में मदद मिलती है।
- बच्चों की खांसी में सरसों के टीएल में लहसुन की छिली हुई कलियों को डालकर पका लें और तेल से मालिश करें आराम मिलेगा।
- दातों में हुए पायरिया का दर्द में सरसों के तेल में नमक मिलाकर दाँतों पर और मसूड़ों पर मालिश करने से आराम मिलता है और मसूड़ों का सूजन कम हो जाता।