सौ मर्ज की एक दवा है यह लक्ष्मण-बूटी! कई बीमारियों का जड़ से कर देती है सफाया, जानें उपयोग

भाई लोगों, भारत की धरती जड़ी-बूटियों का खज़ाना है। हर पौधा किसी न किसी काम का होता है। इन्हीं में से एक है लक्ष्मण बूटी। इसका नाम सुनते ही लगता है कि जैसे शक्ति और सौंदर्य का प्रतीक हो। पुराने जमाने में दादी-नानी इस बूटी को “औरतों की ताकत” कहती थीं।

लक्ष्मण बूटी क्या है?

ये एक खास किस्म की औषधीय बूटी है जो पहाड़ी इलाकों और गाँव-देहात में मिलती है। इसकी पत्तियाँ और जड़ें दोनों काम की होती हैं। कहते हैं, ये बूटी शरीर में ताकत लाती है और औरतों की परेशानियाँ दूर करती है।

आयुर्वेद में इसका महत्व

आयुर्वेद के मुताबिक ये बूटी शरीर के तीनों दोष – वात, पित्त और कफ – को संतुलित करती है। इसे “औरतों की बीमारी मिटाने वाली जड़ी” कहा जाता है। प्रसव (डिलीवरी) के बाद कमजोरी दूर करने और शरीर को जल्दी ठीक करने में इसका खूब इस्तेमाल होता है।

लक्ष्मण बूटी के देसी फायदे

1. औरतों की परेशानी का इलाज

  • पीरियड्स टाइम पर लाने में मदद करती है।
  • मासिक धर्म का दर्द और ऐंठन कम करती है।
  • गर्भ ठहरने की संभावना बढ़ाने में काम आती है।
  • डिलीवरी के बाद औरत को ताकत देने के लिए दी जाती है।

2. रोग-प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाए

आजकल छोटी-छोटी बीमारियाँ जल्दी पकड़ लेती हैं। लक्ष्मण बूटी शरीर की इम्युनिटी बढ़ाती है, जिससे बार-बार सर्दी-जुकाम, खाँसी जैसी दिक्कतें कम होती हैं।

3. थकान और कमजोरी मिटाए

जिस्म हमेशा थका-थका लगे या काम करने की ताकत न बचे, तो ये बूटी टॉनिक की तरह असर करती है। पुरानी थकान और आलस्य दूर हो जाता है।

4. चेहरे और त्वचा के लिए

इसमें एंटीऑक्सीडेंट भरपूर हैं, जो चेहरे पर चमक और ग्लो लाते हैं। झुर्रियाँ और दाग-धब्बे कम करने में भी मदद करती है।

5. पेट और पाचन के लिए

कब्ज, गैस और अपच जैसी दिक्कतों में फायदेमंद है। पाचन को दुरुस्त करती है और खाना अच्छे से हज़म कराती है।

6. दिमाग और नींद के लिए

तनाव ज़्यादा हो या नींद पूरी न हो, तो ये बूटी मन को शांत करती है। इसे प्राकृतिक दवा माना जाता है अनिद्रा और बेचैनी दूर करने के लिए।

7. हड्डियों और जोड़ों के लिए

जोड़ों का दर्द, सूजन या गठिया में भी काम की है। धीरे-धीरे सूजन कम करती है और हड्डियों को मज़बूत करती है।

8. हार्मोन संतुलन

ये बूटी औरत और मर्द – दोनों में हार्मोन को संतुलित करती है। प्रजनन क्षमता यानी बच्चा पैदा करने की ताकत को बेहतर करती है।

कैसे करें इस्तेमाल?

  • काढ़ा: पत्ते या जड़ को उबालकर सुबह-शाम काढ़ा पी सकते हैं।
  • पाउडर: सूखी बूटी को पीसकर चूर्ण बनाकर दूध या पानी के साथ ले सकते हैं।
  • लेप: दाग-धब्बों या त्वचा की बीमारी में इसका लेप लगाया जाता है।
  • आयुर्वेदिक दवा: बहुत-सी देसी दवाइयों और टॉनिक में ये बूटी मिलाई जाती है।

साइंस की नजर से

वैज्ञानिक रिसर्च कहती है कि इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद हैं। यानी ये बूटी शरीर में सूजन कम करती है और कोशिकाओं को मज़बूत बनाती है।

सावधानियाँ

  • बिना वैद्य या डॉक्टर से पूछे ज़्यादा मात्रा में न लें।
  • प्रेग्नेंट औरत को इसे खुद से नहीं लेना चाहिए।
  • ज़्यादा लेने से पेट खराब या सिर दर्द भी हो सकता है।

लक्ष्मण बूटी एकदम प्राकृतिक वरदान है। औरतों की बीमारियों से लेकर थकान, कमजोरी, नींद और पाचन तक – हर चीज़ में फायदेमंद है। सही तरीके से और सही मात्रा में इसका इस्तेमाल किया जाए तो ये बूटी शरीर को नयी ताकत और चमक देती है।

नोट: ये सारी जानकारी आपको जागरूक करने के लिए है। किसी भी तरह की जड़ी-बूटी या देसी नुस्खा अपनाने से पहले डॉक्टर या किसी अच्छे आयुर्वेदिक वैद्य से सलाह ज़रूर लें।

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