विशेषज्ञों की मानें तो भारत जैसे गर्म देश में एक दिन में 4-5 से ज्यादा बादाम नहीं खाना चाहिए और अगर इसे भिगोकर खाएं तो यह ज्यादा लाभकारी होगा। वैसे तो नियमित रूप से बादाम का सेवन हृदय, मस्तिष्क विकार, त्वचा और बालों को स्वस्थ्य बनाने, मधुमेह, खांसी, सांस-संबंधी समस्या और एनीमिया आदि में फायदेमंद होता है। लेकिन ज्यादा बादाम खाने आपको से कब्ज, त्वचा रोग, अत्यधिक पसीना या अन्य आंतरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। एक शोध में यह भी पाया गया है कि बादाम का सेवन नहीं करने वाले लोगों की तुलना में, जिन्होंने बादाम का सेवन किया उनके वसा में कमी देखी गई। इस शोध में यह बाद भी सामने आई है कि बादाम खाने से सामान्य और अधिक वजन वाले लोगों का पेट लंबे समय तक भरा रहता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बादाम में मोनोसेचुरेटेड फैट, प्रोटीन और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है।
जब बादाम को भिगोकर खाया जाता है तो यह आसानी से पच जाता है और पाचन की सम्पूर्ण क्रिया को सुचारू रूप से चलाता है और पेट को स्वस्थ रखता है।
गर्भवती महिलाओं को भीगे बादाम का सेवन जरुर करना चाहिए क्योंकि इससे उन्हें और उनके होने वाले बच्चे को पूरा न्यूट्रीशन मिलता है जिससे दोनों स्वस्थ रहते हैं।
डॉक्टर्स का यह मानना है कि रोजाना सुबह सुबह 4 से 6 बादाम का सेवन करने से आपकी मेमोरी तेज़ होती है और आपका सेंट्रल नर्वस सिस्टम ठीक से काम करता है जिससे दिमाग स्वस्थ रहता है।
बादाम में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड और विटामिन E की वजह से यह शरीर में मौजूद कोलेस्ट्राल को कम करता है और ब्लड में गुड कोलेस्ट्राल की मात्रा को को बढाता है।