कई लोग जिम में एक सामान्य गलती करते हैं। वो वजन कम उठाते हैं कार्डियो ज्यादा करते हैं। दरअसल ज्यादा कार्डियो करने से ज्यादा कैलोरी बर्न होती है और आपका वजन तेजी से गिरता है। ध्यान रहे कि अगर वजन ज्यादा गिरेगा तो आपकी मसल्स नहीं बनेगी। इतना ही नहीं इससे आपके मेटाबॉलिज्म पर भी जोर पड़ता है। आयुर्वेद के अनुसार अत्यंत मोटे तथा अत्यंत दुबले शरीर वाले व्यक्तियों को निंदित व्यक्तियों की श्रेणी में माना गया है। वस्तुतः कृशता या दुबलापन एक रोग न होकर मिथ्या आहार-विहार एवं असंयम का परिणाम मात्र है। अत्यंत कृश शरीर होने पर शरीर की स्वाभाविक कार्य प्रणाली का सम्यक रूप से निर्वहन नहीं होता, जिसके फलस्वरूप दुबले व्यक्तियों को अनेक व्याधियों से ग्रसित होने का भय तथा शीघ्र काल कवलित होने की संभावना बनी रहती है। आइये जानते हैं कमजोर शरीर के कारण और इसके लक्षणों के बारे में। मोटापे से बहुत से लोग परेशान रहते हैं और इसे दूर करने के लिए ढ़ेरों उपाय भी किया करते हैं लेकिन सिर्फ ज़्यादा वजन ही मुश्किल का कारण नहीं होता है बल्कि वजन का कम होना भी एक बड़ी मुश्किल होता है जिसके कारण शरीर कमजोर बना रहता है।
अगर आपको कसरत के बाद दर्द हो रहा है तो आप ये ना समझें कि आपने सही तरीके से वर्कआउट नहीं किया। दर्द होने से पता चलता है कि आपकी बॉड़ी ठीक हो रही है और उसे सही पोषण मिल रहा है।
हर बार कमजोर शरीर का कारण शरीर की बनावट से जुड़ा हो, ये ज़रूरी नहीं है। कई बार लापरवाही या जागरूकता की कमी के कारण सही पोषण नहीं मिलने के कारण भी लोग दुबलेपन का शिकार हो जाते हैं।
कई लोग ये सोचते हैं कि एक हफ्ते में ही उनकी बॉड़ी पर असर दिखने लगेगा। लेकिन ये सच नहीं है। बॉड़ी में बदलाव धीरे-धीरे आता है। कुछ लोगों को इतनी जल्दबाजी होती है कि वो सोचतें हैं रातोंरात उनकी बॉड़ी बन जाए। बजाय ऐसी सोच के उन्हें मेहनत करनी चाहिए और अपने आपको कुछ समय देना चाहिए। ये आपके ट्रेनिंग और आपकी लगन पर निर्भर करता है। वैसे कुछ हफ्ते में अच्छा परिणाम दिखने लगता है।