चावल एक खाद्य प्रधान और प्राथमिक फसल के रूप में दुनिया भर में उगाई जाती है चावल के कई अलग-अलग प्रकार होते हैं जैसे कि लंबे चावल, सफेद चावल, ब्राउन चावल, बासमती चावल आदि के नाम से जाने जाते है। दुनिया भर में चावलों की लगभग 4,000 प्रजातियां पाई जाती है। चावल भोजन का एक अहम हिस्सा है, जिसे भारतीय लोग बहुत ही चाव के साथ खाते हैं। चावल के बिना उनकी भोजन की थाली अधूरी रह जाती है। चावल में कार्बोहाइड्रेट की उच्च मात्रा पाई जाती है, जिसके कारण चावल जल्दी से पच जाते हैं। वास्तव में हर भोज्य पदार्थ की तरह चावल के भी कुछ फायदे और नुकसान होते हैं, जो अत्यधिक सेवन के परिणाम स्वरूप देखने को मिलते हैं।
मधुमेह ही केवल चावल से जुड़ा जोखिम नहीं है, पिछले साल हुए एक अध्ययन में पाया गया कि चावल में रासायनिक आर्सेनिक का खतरनाक स्तर हो सकता है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
चावल में फैट अधिक होने के कारण यह मोटापे का एक कारण बन सकता है। इसलिए जो लोग पतला होना चाहते हैं उन्हें चावल से दूरी बनाकर रखनी चाहिए और जो मोटापे से ग्रस्त लोग होते हैं, उनके लिए चावल बहुत ही नुकसानदायक होते हैं।
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए न्यूट्रीएंट्स की आवश्यकता होती है लेकिन चावल में यह बहुत कम मात्रा में पाया जाता है जवल में विटामिन सी व कैल्सियम की मात्र न के बराबर होता है इसलिए जब हम ज्यादा चावल खाते हैं तो यह हमारे हड्डियों को कमजोर करता है।