रोगमुक्त रहने के लिए अच्छी दिनचर्या का होना बहुत जरूरी है। अगर सुबह उठने और रात को सोने के अलावा खानपान व व्यायाम का समय निर्धारित नहीं है तो यह किसी बड़े रोग का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि दवाई के माध्यम से आप भले ही थोड़े दिन के लिए ठीक हो जाएं लेकिन, यदि आपकी दिनचर्या सही नहीं है तो आप निरोग नहीं रह सकते हैं। अगर जीवनशैली में सुधार कर लिया जाए तो दिल की बीमारी को ठीक किया जा सकता है। कुछ ऐसी आदतें हैं, जिन्हें बदलकर दिल के दौरे को टाला जा सकता है। इनमें धूम्रपान, शराब का सेवन, आहार में फल और सब्जियों की कमी करना और देर तक एक ही जगह बैठे रहने वाली जीवनशैली भी शामिल है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के मनोनीत राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के. के. अग्रवाल का कहना है कि 90 प्रतिशत लोगों को बुरी आदतों से या कुछ अन्य चीजों की वजह से दिल का दौरा पड़ता है। अपनी आदतों में सुधार कर दिल की बीमारियों से बचा जा सकता है। आज के समय में देखा जा रहा है कि लोगों को सबसे बड़ी समस्या हार्ट से जुड़ी होने लगी हैं और उनका हार्ट कमजोर होने लगा हैं। दिल की इस कमजोरी के चलते मौत का डर हमेशा बना रहता हैं। लेकिन क्या आप जानते है कि आपके दिल की इस बिमारी का कारण भी आपकी आदतें ही बनती हैं। आज हम आपको उन्हीं आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो हार्ट अटैक का कारण बनती है ताकि आप जानकर इन्हें अपनी जीवनशैली से दूर करें।
आजकल युवा पीढ़ी में धुम्रपान करना आम बात हो गई है और इसका सेवन आजकल कम उम्र के लड़के ही ज्यादा करने लगे हैं. धुम्रपान करने वालों को कैंसर और हृदय संबंधी जैसे रोग हो जाते हैं. सिगरेट और शराब ना सिर्फ व्यक्ति के फेफड़े को नुकसमान पहुंचाता है और ये दिल के लिए बहुत खतरनाक होता है.
बदलते समय के साथ हमारा आहार भी बदला है। पहले जहाँ हम सादा भोजन खाते थे वहीँ आज हम ज्यादा टला भुना खाने लगे हैं। जिससे ना सिर्फ हमारे स्वस्थ पर असर पड़ा है बल्कि हमारे दिल पर भी पड़ा है। ज्यादा टला भुना खाने में शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह और हाइपरटेंशन की बीमारी होती है।
भोजन में रेशेदार पदार्थों का सेवन न करना भी आहार की दृष्टि से बुरी आदतों में शुमार होता है। इसलिए ब्रेड, बिस्किट आदि की जगह-रोटी व दलिया, सब्जियों के सूप की जगह-कच्ची सलाद व फलों के रस की जगह-पूरे फल का सेवन करें। इन सभी चीजों को धीरे-धीरे अपने आहार में शामिल करें ताकि बुरी आदतों को बदला जा सके।
नींद की कमी के कारण शरीर के सम्पूर्ण स्वास्थ्य पर काफी बुरा असर पड़ता है। जिन लोगों को नींद न आने की समस्या होती है या सोते समय बार-बार सांस फूलती है, उनमें फेफड़े और धमनियां डैमेज होने की सम्भावना काफी बढ़ जाती है। इसके फलस्वरूप हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर और कोंजेस्टिव हार्ट फेल होने की सम्भावना भी काफी बढ़ जाती है।
कुछ लोगों में यह आदत बहुत ज्यादा होती है। घंटो टीवी देखना हेल्थ के लिए बहुत खतरनाक होता है। एक शोध की माने तो रोजाना 1 घंटे टीवी देखने से जिंदगी के 22 मिनट कम हो जाते हैं। टीवी देखने का सबसे बुरा प्रभाव यह होता है कि इंसान बहुत ही लेजी हो जाता है और वह वर्कआउट से दूर रहने लगता है। यह आदत जितनी जल्दी हो सके छोड़ देना चाहिए नहीं तो आपके जिंदगी कुछ मिनट रोजाना घट रहे हैं।