प्याज़ वो चीज़ है जो हर रसोई में मिल जाएगी। चाहे सब्ज़ी बनानी हो, दाल को तड़का लगाना हो या सलाद काटना हो – प्याज़ के बिना मज़ा ही नहीं आता। लेकिन सुनो, प्याज़ सिर्फ़ खाने का स्वाद नहीं बढ़ाता, ये तो असली घरेलू दवा भी है।
गाँव-देहात में लोग कहते हैं – “प्याज़ खाओ, डॉक्टर से बच जाओ।” सच भी है, अगर सही तरीके से प्याज़ खाओ तो कई बीमारियाँ पास ही नहीं फटकेंगी।
1. दिल की बीमारी
प्याज़ दिल का रखवाला है।
- रोज़ाना कच्चा प्याज़ सलाद में खाओ, इससे ब्लड प्रेशर काबू में रहेगा।
- खून साफ रहेगा और नसों में रुकावट नहीं होगी।
- हार्ट अटैक का डर भी कम हो जाता है।
2. डायबिटीज (मधुमेह)
जिन्हें शुगर की तकलीफ़ है, उनके लिए प्याज़ किसी औषधि से कम नहीं।
- इसमें ऐसे तत्व होते हैं जो ब्लड शुगर कंट्रोल करते हैं।
- सुबह खाली पेट आधा प्याज़ खाने से फ़ायदा दिखेगा।
3. सर्दी-जुकाम और बुखार
गाँव में आज भी लोग प्याज़ से ज़ुकाम-बुखार भगाते हैं।
- प्याज़ का रस और शहद मिलाकर खाने से खांसी-गले की खराश मिटती है।
- पाँव के तलवों पर प्याज़ का रस लगाने से बुखार जल्दी उतर जाता है।
4. पेट की गड़बड़ी
कब्ज़, गैस और अपच में प्याज़ बड़ा काम आता है।
- प्याज़ में फाइबर भरपूर है, जो पेट को साफ रखता है।
- सलाद में कच्चा प्याज़ खाओ, पेट हल्का लगेगा और कब्ज़ भाग जाएगी।
5. हड्डियों और जोड़ों का दर्द
जिन्हें घुटनों या जोड़ों में दर्द रहता है, उनके लिए प्याज़ फ़ायदेमंद है।
- इसमें कैल्शियम और सल्फर होता है, जो हड्डियों को मज़बूत करता है।
- गठिया के दर्द में भी आराम मिलता है।
प्याज़ खाने का देसी तरीका
- सलाद में कच्चा प्याज़ – नमक-नींबू डालकर खाओ।
- प्याज़ का रस और शहद – 1–2 चम्मच रोज़ाना।
- दूध में प्याज़ उबालकर – पीने से ताक़त बढ़ती है और कमजोरी मिटती है।
ध्यान रखने वाली बातें
- जिनको पेट में जलन या एसिडिटी रहती है, वो ज़्यादा प्याज़ कच्चा न खाएँ।
- हमेशा ताज़ा प्याज़ ही खाओ, सड़ा-गला प्याज़ नुकसान कर सकता है।
- एक बार में बहुत ज़्यादा प्याज़ खाने से पेट फूल सकता है।
आख़िरी बात
प्याज़ रसोई की सब्ज़ी ही नहीं, सेहत का रखवाला भी है। दिल की बीमारी हो, डायबिटीज हो, ज़ुकाम-बुखार हो या जोड़ों का दर्द – प्याज़ हर जगह काम आता है। दवा खाने से पहले एक बार ये देसी नुस्खा ज़रूर अपनाओ।
👉 नोट: ये सब घरेलू नुस्खे हैं। किसी भी बीमारी में डॉक्टर से सलाह लेना सबसे ज़रूरी है।