प्रेग्नेंसी में इन 2 धातुओं के बर्तनों में खाना होता है बेहद फायदेमंद, आयुर्वेदाचार्य से जानें इसके लाभ

प्रेग्नेंसी के दौरान हमें खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सही पोषण न सिर्फ माँ बल्कि शिशु के स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक होता है। इन्हीं सब कारणों से है प्रेग्नेंसी में महिलाओं को प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन और मिनरल्स युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। जिससे उनका स्वास्थ बना रहे और प्रेगनेंसी के दौरान कोई समस्या ना आए। आयुर्वेद में कुछ खास धातुओं के बर्तनों में खाना खाने की सलाह दी गई है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद लाभकारी साबित हो सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कौन-से धातु के बर्तन में खाना खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है और क्यों।
1. तांबे (कॉपर) के बर्तन में खाना खाने के फायदे
तांबे के बर्तन में खाना और पानी पीना सेहत के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। खासकर प्रेग्नेंसी में इसका सेवन करने से कई तरह के फायदे होते है।
लाभ:
पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है: तांबे में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं।
इम्यूनिटी बढ़ाता है: गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है। तांबे का पानी पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।
डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करता है: यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक होता है।
हीमोग्लोबिन स्तर बढ़ाने में मददगार: आयरन के अवशोषण को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे एनीमिया का खतरा कम होता है।
2. कांसे (ब्रॉन्ज) के बर्तन में खाना खाने के फायदे
कांसे के बर्तन में खाना खाने की परंपरा बहुत पुरानी है। यह धातु विशेष रूप से पाचन और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद मानी जाती है।
लाभ:
पाचन सुधारता है: कांसे के बर्तन में भोजन करने से गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याएँ कम होती हैं।
स्नायु तंत्र को मजबूत करता है: यह तंत्रिका तंत्र को मजबूत बनाता है, जिससे गर्भवती महिला को मानसिक तनाव से राहत मिलती है।
विटामिन्स और मिनरल्स के अवशोषण को बढ़ाता है: कांसे में मौजूद गुण शरीर को पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मदद करते हैं।
किन बातों का रखें ध्यान?
* तांबे के बर्तन में खाना अधिक समय तक न रखें, इससे विषाक्त पदार्थ उत्पन्न हो सकते हैं।
* कांसे के बर्तन को हमेशा साफ करके ही इस्तेमाल करें, नहीं तो यह टॉक्सिन उत्पन्न कर सकता है।
* अत्यधिक मात्रा में इनका उपयोग करने से बचें, हमेशा संतुलित रूप से इनका प्रयोग करें।
किस बर्तन में नहीं खाना चाहिए?
एल्यूमिनियम के बर्तन: एल्यूमिनियम के बर्तनों में पकाया गया खाना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है, क्योंकि यह न्यूरोलॉजिकल समस्याएँ और हॉर्मोन असंतुलन पैदा कर सकता है।
प्लास्टिक के बर्तन: गर्म भोजन या पेय पदार्थ प्लास्टिक के बर्तनों में रखने से हानिकारक केमिकल निकल सकते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं।
नॉन-स्टिक बर्तन: नॉन-स्टिक बर्तनों की कोटिंग में मौजूद टॉक्सिन्स अधिक गर्मी पर निकल सकते हैं, जिससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
निष्कर्ष:
प्रेग्नेंसी के दौरान तांबे और कांसे के बर्तनों में खाना खाना सेहत के लिए बेहद लाभकारी होता है। ये धातुएँ शरीर को डिटॉक्स करने, पाचन सुधारने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करती हैं। हालांकि, इनका सही तरीके से उपयोग करना भी जरूरी है ताकि इसका अधिकतम लाभ मिल सके।
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