दाद स्किन से जुड़ी एक बहुत ही बड़ी समस्या है, अगर इसे समय रहते ठीक न किया जाए तो यह बहुत ही भयंकर रूप ले सकती है। दाद एक विशेष प्रकार के फफूंदों के कारण होता है। आपको जानकर हैरानी होगी की यह सिर मतलब खोपड़ी की त्वचा पर भी होती है जिसके कारण बाल जड़ से टूटने लगते हैं। अगर समय से पहले इस के ऊपर ध्यान नहीं दिया जाए तो ये त्वचा पर अपनी एक जगह बना लेती है फिर चाहे कितनी ही इसकी इलाज की जाए वो फिर से हो जाती है। दाद होने पर सबसे पहले रोगी के दाद वाले स्थान पर तेज जलन होती है और फिर खुजलीदार छोटे-छोटे दाने से निकल आते हैं। अकसर ये बीमारी गर्मियों के मौसम में पसीना ज्यादा होने से और चिपकने से जांघों के बीच में खुजली होने लगती है। जांघों के बगल में होने से ये जल्दी ठीक भी नहीं होती है।
दाद को पहले खुजला लें और फिर उसपर नींबू का रस लगा दें। दिन में तीन-चार बार ऐसा करने से कुछ ही दिनों दाद चला जाता है।
खुजली के लिए 20 ग्राम आजवायन को 100 ग्राम पानी में उबाल लें, शरीर में जहां भी खुजली हो, वहां पानी लगा लें खुजली समाप्त हो जाएगी। साथ ही हल्के पानी में आज्वाइन को पीस लें और खुजली के ऊपर लगाएं खुजली जड़ से समाप्त हो जाएगी।
इमली के बीजों की मींगी और बावची को बराबर मात्रा में एक साथ पीसकर लकड़ी से दाद वाले स्थान पर लगाने से सफेद दाग में लाभ होता है।
कपड़े साफ़ करते वक्त साबुन या डिटर्जेंट को अच्छी तरह से निकाल देना चाहिए, उसमें साबुन का या सर्फ का थोड़ा सा भी नहीं होना चाहिएऔर जब कपड़े पूरी तरह सूख जाए तभी उसे पहनें।