
जोड़ क्या होते हैं?
हमारे शरीर में जहाँ दो हड्डियाँ मिलती हैं, वहीं जोड़ (Joint) कहलाते हैं।
जैसे – घुटना, कोहनी, कंधा, गर्दन और कूल्हा।
जोड़ों की वजह से ही हम आराम से बैठ-उठ सकते हैं, चल सकते हैं और शरीर लचीला बना रहता है।
हर जोड़ में बीच का हिस्सा कार्टिलेज (Cartilage) से ढका होता है। इसे ऐसे समझो – जैसे दरवाज़े में ग्रीस डाल देते हैं तो चरचराहट नहीं होती, ठीक उसी तरह कार्टिलेज हड्डियों को आपस में घिसने से बचाता है।
जोड़ो में दर्द क्यों होता है?
जोड़ का दर्द कई वजहों से होता है –
- उम्र बढ़ने पर कार्टिलेज घिसने लगता है, जिस वजह से हड्डियाँ आपस में रगड़ खाती हैं।
- गठिया (Arthritis) – इसमें जोड़ों में सूजन आ जाती है। WHO की रिपोर्ट कहती है कि दुनिया में करोड़ों लोग गठिया से परेशान हैं।
- चोट/एक्सीडेंट – हड्डी या लिगामेंट पर चोट लगने से जोड़ सूज सकते हैं।
- ज़्यादा वजन – साइंस कहती है कि 1 किलो वजन बढ़ने पर घुटनों पर 4 किलो का एक्स्ट्रा दबाव पड़ता है।
- कैल्शियम और विटामिन डी की कमी – ये दोनों हड्डियों के लिए जरूरी हैं। इनकी कमी से हड्डियाँ कमजोर पड़ जाती हैं।
- लाइफस्टाइल – घंटों बैठे रहना, कसरत न करना, या ठंडी-नमी वाली जगह पर रहना भी जोड़ो का दर्द बढ़ा देता है।
जोड़ो के दर्द के लक्षण
- चलने-फिरने में दिक्कत
- जोड़ अकड़ना
- जोड़ पर सूजन आना
- सीढ़ियाँ चढ़ते-उतरते दर्द होना
- सुबह उठते ही जकड़न होना
जोड़ो का दर्द कब गंभीर हो सकता है?
अगर दर्द बढ़ता ही जा रहा है, सूजन बहुत ज़्यादा है, जोड़ मुड़ नहीं रहा, या बुखार के साथ दर्द हो रहा है – तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
जोड़ो का दर्द दूर करने के घरेलू नुस्ख़े
1. मेथी के दाने
कैसे करें: रात को 1 चम्मच मेथी पानी में भिगो दें और सुबह खाली पेट चबा-चबाकर खाएँ।
क्यों फायदेमंद है? मेथी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन और अकड़न कम करते हैं। रिसर्च कहती है कि इसमें पाए जाने वाले कंपाउंड “डायोजेनिन” हड्डियों को हेल्दी रखते हैं।
2. हल्दी वाला दूध
कैसे करें: रात को एक गिलास गुनगुने दूध में आधा चम्मच हल्दी डालकर पिएँ।
क्यों फायदेमंद है? हल्दी में कर्क्यूमिन (Curcumin) नाम का तत्व होता है। साइंस ने प्रूव किया है कि ये नेचुरल पेनकिलर और एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है। ये हड्डियों को मजबूत करता है और दर्द कम करता है।
3. अजवाइन की सिकाई
कैसे करें: अजवाइन के दाने पानी में उबाल लें, फिर उस पानी से जोड़ों पर सिकाई करें।
क्यों फायदेमंद है? अजवाइन में थाइमोल (Thymol) होता है, जो दर्द और सूजन कम करने में असरदार है। ये गर्माहट देता है जिससे खून का बहाव तेज़ होता है और जकड़न कम होती है।
4. सरसों का तेल और लहसुन
कैसे करें: सरसों के तेल में लहसुन की कलियाँ डालकर गर्म करें। गुनगुना होने पर जोड़ों की मालिश करें।
क्यों फायदेमंद है? सरसों के तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड और लहसुन में सल्फर कंपाउंड्स होते हैं। ये दोनों खून का बहाव बढ़ाते हैं और सूजन घटाते हैं। पुराने समय में गाँव में हर घर में यही नुस्खा अपनाया जाता था।
5. नींबू और शहद
कैसे करें: सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में आधा नींबू निचोड़ें और एक चम्मच शहद डालकर पिएँ।
क्यों फायदेमंद है? नींबू से विटामिन C मिलता है जो कोलाजन (Collagen) बनाने में मदद करता है। कोलाजन जोड़ो और कार्टिलेज को मजबूत रखता है। शहद शरीर को एनर्जी देता है और फैट कंट्रोल में मदद करता है।
6. योग और हल्की कसरत
कैसे करें: रोज़ाना ताड़ासन, भुजंगासन और मंडूकासन करें। साथ ही हल्की वॉक भी करें।
क्यों फायदेमंद है? रिसर्च बताती है कि रेगुलर एक्सरसाइज करने से जोड़ लचीले रहते हैं और मसल्स मज़बूत होते हैं। इससे दर्द धीरे-धीरे कम होने लगता है।
क्या-क्या सावधानी रखें?
- वजन कंट्रोल में रखें, क्योंकि मोटापा जोड़ो पर सबसे बड़ा बोझ है।
- ठंडी और नमी वाली जगह से बचें।
- घंटों एक ही जगह बैठे रहने की आदत छोड़ दें।
- डॉक्टर की सलाह के बिना दर्द की गोली न खाएँ।
निष्कर्ष
जोड़ हमारे शरीर का सहारा हैं। अगर ये ही दर्द करने लगें तो जिंदगी मुश्किल हो जाती है।
लेकिन मेथी, हल्दी, अजवाइन, लहसुन, नींबू और योगासन जैसे घरेलू नुस्ख़ों से दर्द में काफी हद तक आराम पाया जा सकता है।
हाँ, ध्यान रहे – अगर दर्द लगातार बना रहे या बहुत बढ़ जाए तो डॉक्टर से ज़रूर मिलें, क्योंकि कभी-कभी यह गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
👉 नोट: यह जानकारी सिर्फ घरेलू नुस्ख़ों के लिए है। इलाज या दवा के लिए हमेशा डॉक्टर की सलाह लें।