
हेल्थ इंश्योरेंस क्यों ज़रूरी है? पूरी जानकारी
आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में बीमारी कब दस्तक दे दे, कोई नहीं जानता। कल तक बिल्कुल स्वस्थ दिखने वाला इंसान अचानक अस्पताल पहुँच जाता है और इलाज का खर्च लाखों में पहुँच जाता है। ऐसे समय पर हेल्थ इंश्योरेंस एक सुरक्षा कवच (Safety Net) बनकर काम आता है।
हेल्थ इंश्योरेंस क्या है?
हेल्थ इंश्योरेंस यानी बीमा कंपनी आपके इलाज का खर्च उठाती है। आप हर साल एक छोटी-सी प्रीमियम रकम भरते हैं और बदले में बीमा कंपनी बीमारी या दुर्घटना की स्थिति में अस्पताल का बिल चुकाती है।
हेल्थ इंश्योरेंस क्यों ज़रूरी है?
- महंगे इलाज से बचाव
आजकल अस्पताल में भर्ती होने का खर्च बहुत ज़्यादा है। मामूली ऑपरेशन पर भी 50 हज़ार से 1 लाख तक खर्च हो सकता है। हेल्थ इंश्योरेंस होने पर ये बोझ आपकी जेब पर नहीं पड़ता। - कैशलेस इलाज की सुविधा
बीमा कंपनी से जुड़े अस्पतालों में आपको पैसा पहले से नहीं देना पड़ता। सीधे कार्ड दिखाइए और इलाज शुरू हो जाता है। - पूरे परिवार का सुरक्षा कवच
फैमिली फ्लोटर प्लान लेकर आप पूरे परिवार (पति-पत्नी, बच्चे, माता-पिता) का इलाज कवर करा सकते हैं। - अचानक मेडिकल इमरजेंसी में राहत
अचानक हार्ट अटैक, दुर्घटना या गंभीर बीमारी आने पर पैसों के चक्कर में इलाज रुके नहीं, इसके लिए हेल्थ इंश्योरेंस बहुत काम आता है। - टैक्स में छूट
भारत में हेल्थ इंश्योरेंस पर आपको आयकर (Income Tax) में छूट भी मिलती है। यानी सेहत की सुरक्षा और टैक्स में बचत – दोनों फायदे। - मानसिक सुकून
जब आपको पता हो कि इलाज का खर्च इंश्योरेंस कंपनी उठाएगी, तो मन से डर निकल जाता है। स्ट्रेस कम होता है और आप बेफिक्र होकर इलाज करा सकते हैं।
किसे हेल्थ इंश्योरेंस लेना चाहिए?
- नौकरीपेशा लोग
- बिज़नेस करने वाले
- घर के बड़े-बुजुर्ग
- छोटे बच्चे वाले परिवार
- यहाँ तक कि स्टूडेंट्स को भी बेसिक हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लेना चाहिए।
निष्कर्ष
बीमारी या दुर्घटना पूछकर नहीं आती। हेल्थ इंश्योरेंस न सिर्फ़ पैसों की चिंता से बचाता है, बल्कि परिवार को सुरक्षित भी करता है। इसलिए, देर न करें और अपनी ज़रूरत के हिसाब से सही हेल्थ इंश्योरेंस प्लान ज़रूर लें।