आजकल भागदौड़ भरी ज़िंदगी, तनाव, गलत खानपान और अनियमित दिनचर्या की वजह से दिल की बीमारियाँ बहुत तेज़ी से बढ़ रही हैं। हार्ट अटैक अब सिर्फ़ बूढ़ों की बीमारी नहीं रही, बल्कि 30–40 साल के युवाओं में भी ये समस्या तेजी से सामने आ रही है।
हार्ट अटैक अचानक नहीं होता। उससे पहले शरीर कई चेतावनी संकेत देता है। अगर इन्हें समय रहते पहचान लिया जाए तो जान बचाई जा सकती है।
हार्ट अटैक क्यों होता है?
हार्ट अटैक तब होता है जब दिल की धमनियों (arteries) में खून का प्रवाह रुक जाता है।
इसकी मुख्य वजहें हैं:
- ज़्यादा ऑयली और जंक फूड खाना
- धूम्रपान और शराब का सेवन
- तनाव और नींद की कमी
- मोटापा और डायबिटीज़
- ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल
जब धमनियों में फैट जम जाता है तो खून का रास्ता संकरा हो जाता है और दिल तक ऑक्सीजन नहीं पहुँचती। यही हार्ट अटैक का कारण बनता है।
हार्ट अटैक से पहले के लक्षण
हार्ट अटैक अचानक से नहीं आता, इसके पहले शरीर कई संकेत देता है।
1. छाती में भारीपन या दबाव
- दिल के पास भारीपन, दबाव या जलन महसूस होना।
- कई बार लोग इसे गैस समझकर अनदेखा कर देते हैं।
2. सांस लेने में तकलीफ़
- हल्की-सी सीढ़ी चढ़ने पर भी सांस फूलना।
- चलते-चलते अचानक थकान और बेचैनी।
3. पसीना आना
- बिना गर्मी या मेहनत के भी अचानक ठंडा पसीना आना।
- ये दिल पर दबाव का इशारा हो सकता है।
4. बेचैनी और घबराहट
- अचानक घबराहट होना या ऐसा लगना कि कुछ बुरा होने वाला है।
5. कंधे, जबड़े या हाथ में दर्द
- खासकर बाएँ हाथ में दर्द या सुन्नपन होना।
- जबड़े और गर्दन तक दर्द फैलना।
6. थकान और कमजोरी
- रोज़ाना के काम करने पर भी बहुत जल्दी थक जाना।
- महिलाओं में ये लक्षण ज़्यादा आम हैं।
7. उल्टी या मतली
- पेट भारी लगना, मिचली आना या बार-बार उल्टी की इच्छा होना।
किन लोगों में खतरा ज़्यादा होता है?
- जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर है।
- डायबिटीज़ के मरीज।
- जिनके परिवार में हार्ट डिज़ीज़ का इतिहास है।
- 35–40 साल से ऊपर के पुरुष और 45 साल से ऊपर की महिलाएँ।
- धूम्रपान और शराब पीने वाले लोग।
घरेलू सावधानियाँ और बचाव
हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के लिए कुछ आसान उपाय रोज़ाना की ज़िंदगी में अपनाए जा सकते हैं:
1. संतुलित आहार लें
- ताज़ी हरी सब्ज़ियाँ, फल, सलाद और फाइबर वाली चीज़ें ज़्यादा खाएँ।
- तली-भुनी और ऑयली चीज़ें कम करें।
- नमक और चीनी का सेवन सीमित करें।
2. रोज़ाना व्यायाम करें
- तेज़ चलना, योग या प्राणायाम करें।
- रोज़ 30 मिनट एक्टिव रहने से दिल मज़बूत होता है।
3. तनाव कम करें
- मेडिटेशन और योग से तनाव पर कंट्रोल पाएं।
- नींद पूरी लें (7–8 घंटे)।
4. धूम्रपान और शराब छोड़ें
- ये दिल की धमनियों को नुकसान पहुँचाते हैं और हार्ट अटैक का खतरा कई गुना बढ़ा देते हैं।
5. नियमित हेल्थ चेकअप कराएँ
- ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जाँच समय-समय पर कराएँ।
इमरजेंसी में क्या करें?
अगर किसी को हार्ट अटैक के लक्षण दिखें तो तुरंत ये कदम उठाएँ:
- मरीज को तुरंत आराम से लिटा दें।
- तुरंत एम्बुलेंस बुलाएँ।
- अगर डॉक्टर ने पहले से Aspirin लेने की सलाह दी हो तो चबा कर दें।
- घबराएँ नहीं और मरीज को हिम्मत दिलाते रहें।
निष्कर्ष
हार्ट अटैक से पहले शरीर हमेशा चेतावनी देता है – छाती का भारीपन, सांस फूलना, पसीना, बेचैनी और बाएँ हाथ में दर्द इसके सबसे बड़े संकेत हैं।
इन्हें कभी नज़रअंदाज़ न करें।
- सही आहार, व्यायाम, तनाव पर नियंत्रण और समय पर चेकअप से हार्ट अटैक का खतरा बहुत हद तक कम किया जा सकता है।
याद रखें – समय पर पहचान ही जीवन बचा सकती है।
नोट: ये जानकारी सिर्फ़ जागरूकता के लिए है। अगर किसी को ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत नज़दीकी डॉक्टर या अस्पताल से संपर्क करें।
आय की हार्ट अटैक से पहले के संकेत बता के लोगो को बहुत बड़ी हेल्प किए।क्योंकि ज्यादातर लोगों इसे गैस की वजह समझ कर बहुत हल्के में लेते हे जो इनको भरी पद सकता हे।
।लंबा और तंदुरुस्त जीवन जीने के लिए सुबह हल्का नाश्ता
दोपहर को 2 चपाती,डाल,हर सब्जी ,थोड़े से चावल और सलाद खाना खाने से पहले या साथ में।
5 से 6 बजे के आसपास मौसम का फल नहीं 250 से 300 ग्राम पपीता रोज लीजिए।
रात का खान बंध कीजिए या कुछ एकदम हक्का खाए।
रटी सोते टाइम जल्दी और शोथ वाला दूध हो सकते तो उसमें इलायची पाउडर और जायफल घिस के डाले।