गुस्सा आने पर उसके कारणों पर गौर करें कि क्या कारण इतना बड़ा है कि आपका गुस्सा करना जायज है या फिर आप छोटी सी बात को अपने गुस्से की वजह से बहुत आगे बढ़ा रहे हैं।
यदि अपका प्रेमी आप के साथ चर्चा करने के लिए तैयार है, तो उसे समझाने की कोशिश करे और अपना स्पष्टीकरण दे। मुद्दे पर चर्चा करने से प्रेमी के गुस्से को शांत करने में मदद मिलेगी। अगर आपका बॉयफ्रेंड चर्चा करने के लिए तैयार नहीं है, तो उसे फोन पर टेक्स्ट मैसेज करके समझाएं।
अगर आप गुस्से में बेकाबू हो जाते है तो सबसे जरुरी है ऐसी परिस्थितियों में जब आप को लगे कि गुस्सा बहुत ज्यादा आ रहा है तब आप किसी भी बहस में शामिल न हो क्योंकि हो सकता है कि आप अपना आपा खो दे। इसलिए अच्छा होगा कि आप उस जगह से हट जाए / एक छोटा सा break ले / ठंडा पानी पिए और थोडा टहल ले। इस तरह से जब आप और दूसरा व्यक्ति शांत हो जाएं तब अपने चर्चा को दुबारा शुरू कर सकते है।
गुस्सा रोकने के लिए आवश्यक है कि ध्यान कहीं और लगाएं। जब गुस्सा आ रहा हो तो उस जगह से चले जाएं। वहां रहेंगे तो गुस्सा और बढ़ेगा। वहां से चले जाने पर ध्यान झगड़े से हट जाएगा।
गुस्सैल स्वभाव इंसान के सारे अरमानों पर पानी फेर देता है। इसलिए अपने गुस्से को दबाएँ नहीं बल्कि अपने गुस्से के कारणों को पहचाने और गुस्से को दूर करने का प्रयास करें। एक बार कोशिश तो करके देखिए फिर आप खुद ही महसूस करेंगे कि गुस्से के गायब होने से रिश्ता कितना सुन्दर बन जाते है।