पुश–अप्स शरीर को वार्म अप करने तथा कंधों और सीने को मजबूत बनाने की सबसे पुरानी और कारगर एक्सरसाइज है। पुश–अप वर्कआउट न केवल शरीर को फिट रखता है बल्कि इसे करने से शरीर को वी–शेप भी मिलता है। इससे मसल्स स्ट्रेंथ बढ़ती है। पुश–अप्स करने से आपके चेस्ट, अपर आर्म और शोल्डर्स पर काम होता है। श–अप्स एक व्यायाम है जिसके दौरान आपको अपने शरीर को नीचे और ऊपर उठाना होता है। आपने बहुत लोगों को कहते सुना होगा कि हर रोज पुश–अप्स नहीं करना चाहिए। आज ज़माना ख़ुद को फ़िट रखने का है इसके लिए लोग तरह–तरह के नुस्खे आज़माते हैं। वर्ज़िश करते हैं बदन को खींच–तानकर अपना वज़न घटाने की कोशिश करते हैं।
ऐसे लोग कम से शुरुआत करें। वो आठ–आठ के दो सेट ही करें। बाद में धीरे–धीरे अपने सेट्स बढ़ा दें।
रोजाना एक ही तरीके से पुश–अप्स करने से आप बोर हो सकते हैं। इसलिए आपको इसके विभिन्न वर्जन ट्राई करने चाहिए।
अगर आप व्यायाम के दौरान अपना स्टेमिना बढ़ाना चाहते हैं तो जरुरी है कि आप पुशअप्स करते वक्त रेप्स कम करें और सेट्स ज्यादा करें। इसके लिए आपको पहले अपनी क्षमता को पहचानना होगा कि आप किस प्वाइंट पर आकर थक जाते हैं। पुशअप्स को कई तरह के वेरिएशन में करें इससे मसल्स को बनाने में मदद मिलेगी।
आपकी बॉडी कंधों से लेकर एड़ियों तक एक सीधी रेखा में होना चाहिए। निचले हिस्से को उसी समय ऊपर उठाएं जब आप पेल्विक बोन्स को शरीर के ऊपरी हिस्से की तरफ ले जा रहे हों।