एचआईवी (HIV)क्या है? एचआईवी से एड्स कैसे होता है,लक्षण, कारण और उपचार !

एचआईवी एक प्रकार का वायरस होता है।एचआईवी (HIV) का पूरा नाम ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (Human Immunodeficiency Virus) है। यह एक गंभीर वायरस है, जो इंसान की रोग प्रतिरोधक क्षमता (immune system) को कमजोर कर देता है। अगर इसे समय पर इलाज न मिले, तो यह एड्स (AIDS) में बदल सकता है।

यह वायरस आगे चलकर एड्स का कारण बनता है। एड्स एक लाइलाज बीमारी है, इससे बचने का एक मात्र उपाय एड्स के प्रति जागरूकता है। एचआईवी एड्स के लक्षण, कारण और बचाव के त बारे में पता होना बहुत जरूरी है। इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए, हर साल एक दिसंबर को वर्ल्ड एड्स दिवस मनाया जाता है। तो आइए जानते हैं, एचआईवी एड्स क्या है, इसके लक्षण क्या है, एचआईवी उपचार और रोकथाम क्या है, इत्यादि। 

एड्स(AIDS) क्या है 

एड्स (AIDS) का पूरा नाम Acquired Immunodeficiency Syndrome (अक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम) है। यह एक गंभीर बीमारी है, जो एचआईवी (HIV – Human Immunodeficiency Virus) संक्रमण के अंतिम चरण में होती है। एड्स में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) इतनी कमजोर हो जाती है कि वह सामान्य संक्रमण और बीमारियों से भी लड़ने में असमर्थ हो जाता है।

एचआईवी से एड्स कैसे होता है?

जब कोई व्यक्ति एचआईवी वायरस से संक्रमित होता है और उसे सही समय पर इलाज (ART थेरेपी) नहीं मिलता, तो धीरे-धीरे उसका इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है। जब इम्यून सिस्टम बहुत ज्यादा कमजोर हो जाता है और शरीर में कई गंभीर संक्रमण (Opportunistic Infections) होने लगते हैं, तो इसे एड्स कहा जाता है।

एड्स होने के प्रमुख कारण

एड्स मुख्य रूप से एचआईवी वायरस के संक्रमण के कारण होता है, जो निम्नलिखित तरीकों से फैल सकता है:

1. असुरक्षित यौन संबंध – बिना कंडोम के सेक्स करने से संक्रमण फैल सकता है।

2. संक्रमित रक्त का संपर्क – यदि संक्रमित व्यक्ति का खून शरीर में चला जाए।

3. संक्रमित सुई या इंजेक्शन – ड्रग्स लेने वालों में यह संक्रमण अधिक पाया जाता है।

4. मां से बच्चे में – गर्भावस्था, डिलीवरी या स्तनपान के दौरान एचआईवी संक्रमित मां से बच्चे में संक्रमण हो सकता है।

एड्स के लक्षण

एचआईवी संक्रमण के शुरुआती लक्षण हल्के होते हैं, लेकिन एड्स में लक्षण गंभीर हो जाते हैं,क्या आप जानते है, एचआईवी के लक्षण कितने दिन में दिखते हैं? ज्यादातर मामलों में एचआईवी एड्स में कम समय के लिए फ्लू जैसे लक्षणों का अनुभव होता है, जो संक्रमण होने के 3-5 सप्ताह में दिखते हैं। उसके बाद यह भी ऐसा हो सकता है कि कई सालों तक कोई लक्षण न दिखे। यह पाया गया है कि एचआईवी संक्रमित 80% लोगों में फ्लू जैसे लक्षण दिखते हैं। कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार है –

* लगातार तेजी से वजन कम होना

* बार-बार बुखार आना

* लगातार दस्त (Diarrhea) का होना 

* रात को गर्मी और पसीना आना

* त्वचा पर दाने और घाव

* कमजोरी और थकान महसूस होना 

* बार-बार संक्रमण होना (टीबी, निमोनिया आदि)

एड्स की जांच कैसे होती है?

एड्स की पुष्टि के लिए एचआईवी टेस्ट किया जाता है। मुख्य टेस्ट इस प्रकार हैं:

ईएलआईएसए टेस्ट (ELISA Test) – एचआईवी एंटीबॉडी की जांच करता है।

वेस्टर्न ब्लॉट टेस्ट (Western Blot Test) – संक्रमण की पुष्टि करता है।

पीसीआर टेस्ट (PCR Test) – खून में वायरस की मात्रा का पता लगाता है।

एचआईवी का इलाज

एचआईवी के लिए अभी तक कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (ART) से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। समय पर इलाज से मरीज की जीवन प्रत्याशा बढ़ सकती है।

एड्स से बचाव के उपाय

1. सुरक्षित यौन संबंध बनाएं – कंडोम का उपयोग करें।

2. ब्लड ट्रांसफ्यूजन से पहले जांच कराएं – सुरक्षित रक्त ही लें।

3. संक्रमित सुइयों का इस्तेमाल न करें – हमेशा नई और स्वच्छ सुई का उपयोग करें।

4. एचआईवी टेस्ट करवाएं – यदि आपको संदेह है, तो जल्द से जल्द जांच कराएं।

5. एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिलाएं सावधानी बरतें – डॉक्टर की सलाह लें और समय पर इलाज कराएं।

निष्कर्ष

एड्स कोई साधारण बीमारी नहीं है, लेकिन सही जानकारी और समय पर इलाज से इसे रोका जा सकता है।एचआईवी एक गंभीर लेकिन प्रबंधनीय बीमारी है। यदि किसी को एचआईवी हो जाता है, तो सही इलाज से वह लंबा और स्वस्थ जीवन जी सकता है।

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