किडनी हमारे खून से नमक और शरीर में बैक्टीरिया को फिल्टर करता है। लेकिन जब किडनी में नमक का संचय हो जाता है तो फिर उपचार की जरूरत होती है। इस तेज़ी से भागती-दौड़ती, तनाव से भरी हुई जिंदगी में हम कई तरह के टॉक्सिन के संपर्क में आते रहते हैं | फ़ास्ट फ़ूड के रूप में अस्वस्थकर चीज़ों को खाना, कैफीन जैसे उत्तेजक पेय पदार्थों को पीना और पार्टी करने की जीवनशैली को हम मनुष्यों ने अपने जीवन को जीने का तरीका बना लिया है। जिस तरह हम अपने घर में पानी के फिल्टर की सफाई बराबर करते हैं, उसी तरह हमारे शरीर के फिल्टर, यानी कि किडनी की सफाई भी बराबर करती रहनी चाहिए। कोई भी मोटा दिखना पसन्द नहीं करता जब कोई मोटा कहता है।
ये बहुत ही शर्मिंदिगी वाली बात हो जाती है। आपको खुद पर गुस्सा आने लगता है और आप जल्द से जल्द मोटापे से छुटकारा पाना चाहते है पर कई बार सबकुछ ट्राई करने के बाद भी कोई फर्क नहीं पड़ता है तो आप निराश हो जाते है। आपको ऐसे आहार लेने की आवश्कता है, जिसके द्वारा किडनी के विषैले पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाएं। जब आप ऐसे आहार का सेवन करते हो, तो आपकी किडनी में पथरी की संभावना कम हो जाती है।
हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। इसका नियमित रूप से सेवन करने से हमारी किडनी साफ़ रहती हैं और किडनी को किसी प्रकार के रोग का सामना नहीं करना पड़ता।
किडनी को नियमित रूप से डिटॉक्स या साफ़ करने के लिए सबसे ज्यादा ज़रूरी है कि प्राकृतिक, साफ़ पानी ज्यादा से ज्यादा पियें। हर दिन 10-12 गिलास पानी पीने से जमा हुए टोक्सिंस को फ़िल्टर करके बाहर निकालने में मदद मिलती है।
चॉकलेट, नट्स और प्रोसेस्ड फूड्स शामिल हैं। इन्हें लेने की बहुत अधिक सिफारिश नहीं की जाती क्योंकि ये आपकी किडनी के लिए अच्छे नहीं होते और आपके सम्पूर्ण स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं।