आमतौर पर रसोई में खाने का स्वाद बढ़ाने और मसालों के रूप में इस्तेमाल होने वाली काली मिर्च खाने के कई फायदे हैं। आमतौर पर यह अवधारणा है कि काली मिर्च का ज्यादा सेवन आपकी सेहत को नुकसान दे सकता है। काली मिर्च कई खनिज और विटामिन से भरपूर है। इसमें विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन के, विटामिन सी, और विटामिन बी 6 मौजूद होते हैं। इसके अलावा, इसमें राइबोफ्लेविन, थायामिन, नियासिन, सोडियम, पोटेशियम, फोलेट, कोलाइन और बेटेन भी पाया जाता है।
पित्ती उछलने पर 10 कालीमिर्च को पिसकर चूर्ण बना लें और इस चूर्ण को आधा चम्मच घी में मिलाकर पीएं और इससे शरीर की मालिश करें। इससे पित्ती उछलना ठीक होती है।
काली मिर्च का सेवन करने से सर्दी के मौसम में होने वाली खांसी और जुकाम से आपको राहत मिलती है साथ ही इसके सेवन से आपका गला भी साफ रहता है, इतना ही नहीं कई लोगों को जुकाम के कारण बाल झड़ने की समस्या हो जाती है, इससे भी आपको आराम मिलता है। काली मिर्च का सेवन कई प्रकार की बीमारियों से आपको राहत देती है।
काली मिर्च स्वाद की कलिका (टेस्ट बड्स) को उत्तेजित करता है और पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड के स्राव को बढ़ाता है, जो आपके बेहतर और स्वस्थ पाचन में मदद करता है। अधिकतम लोगों को यह लगता है कि हाइड्रोक्लोरिक एसिड के ज्यादा होने से पाचन समस्याएं उत्पन्न हो सकती है परंतु दिलचस्प बात तो यह है कि ज्यादातर पाचन समस्याएं हाइड्रोक्लोरिक एसिड की कमी के कारण होती हैं न की उसके बढ़ने की वजह से।
श्र्वसन संबंधी समस्याओं के उपचार के लिए कालीमिर्च बहुत ही उपयोगी औषधी है। क्योंकि इसमें ऐसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं जो आपके स्वशन तंत्र को स्वस्थ्य रखते हैं। इसके साथ ही कालीमिर्च में मजबूत एंटी-इंफ्लामैंट्री गुण भी होते हैं जो अस्थमा और अन्य श्र्वशन संबंधी बीमारीयों को रोकने में मदद करते हैं।