गांवों में पशुओं का दूध कच्चा ही पीने का चलन है और लोग इसे फायदेमंद माना जाता है, वहीं पिछले कुछ समय से बकरी के कच्चे दूध को डेंगू की कारगर दवा बताकर प्रचारित किया जा रहा है और शहरों में भी लोग इसका सेवन कर रहे हैं। इसके औषधीय गुण विश्वविख्यात हैं। यहां तक कि बकरी के दूध का प्रयोग दवाओं के निर्माण के लिए भी किया जाता है। इसकी एक खास बात यह है कि जहां गाय का दूध पचने में जहां 8 घंटे लगते हैं वहीं बकरी का दूध मात्र 20 मिनट में पच जाता है। आमतौर पर लोग गाय या भैंस का दूध पीते हैं। बता दें कि जितना फायदेमंद गाय या भैंस का दूध होता है उतना ही गुणकारी बकरी का दूध पीना भी है। आइए हम आपको बताते हैं बकरी का दूध पीने के कुछ चमत्कारी फायदे।
पुरुषों के लिए वरदान है बकरी का दूध। दूध को बिना उबाले इसमें 7 से 8 खजूर डालकर रातभर छोड़ दें और सुबह-सुबह खजूर और दूध दोनों का सेवन पुरुषों में स्टैमिना बढ़ाने का काम करता है।
बकरी का दूध त्वचा के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। बकरी के दूध का पीएच (pH) स्तर हमारी त्वचा के प्राकृतिक स्तर के करीब है, जिससे त्वचा इसे ज्यादा बेहतर ढंग से अवशोषित करती है। बकरी के दूध से झुरियां, दाग आदि खत्म हो जाते हैं।
कैल्शियम की कमी के कारण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। बकरी का दूध पीने से कैल्शियम की कमी पूरी होती है, और इससे हड्डियां मजबूत होती हैं।
शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाने के लिए बकरी के दूध का उपयोग बहुत ही असरदार होता है। गाय के दूध में सेलेनियम की ट्रेस मात्रा होती है लेकिन बकरी के दूध में इसकी मात्रा बहुत अधिक होती है। यह दुर्लभ खनिज प्रतिरक्षा प्रणाली की कार्यक्षमता में एक महत्वपूर्ण घटक है जो हमें बहुत सी बीमारियों और संक्रमण से बचाता है।