हरी बीन्स एक ऐसी सब्जी है जिसके इस्तेमाल से आपके शरीर की पौष्टिक आवश्यकताओं की पूर्ति आसानी से हो जाती है। बीन्स में कोलेस्ट्रॉल और सेचुरेटेड फैट नहीं होता है, इसमें कॉपर, पोटैशियम, विटामिन बी6, थायमिन, मैग्नीशियम, जिंक, सेलेनियम और विटामिन के की भी अच्छी मात्रा होती है। इसकी कलियों और इसके बीज दोनों की सब्जी बड़े चावं से खायी जाती है। इसमें वसा बहुत कम होती है। यह हमारे सेहत के लिए कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर होता हैं। जब भी सामान्य पोषक आहार लिया जाता है जिसमें फवा बीन्स का उपयोग किया गया हो तो यह हृदय के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है तथा यह वज़न को नियंत्रित करने में भी सहायक होता है।
हरी बीन्स में पर्याप्त मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जिससे इम्यून सिस्टम बेहतर बनता है। ये कोशिकाओं की क्षति को ठीक करके नई कोशिकाओं के बनने को प्रोत्साहित करता है।
बीन्स में आयरन, कॉपर और मैगनीज जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं। जो ब्लड प्रोडक्शन में मदद करते हैं. इसमें मोजूद पोटैशियम भी अच्छी सेहत के लिए जरूरी है।
यह खून का थक्का नहीं जमने देता। इसके अलावा पोटेशियम से भरपूर हरी बीन्स रक्तचाप को नियंत्रित करने का भी काम करता है।
बीन्स में फ्लेवोनॉइड्स के साथ-साथ केंपफ्रेरॉल और क्यूरेस्टिन होता है जो कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकती हैं। शोधो के मुताबिक सप्ताह में तीन से चार बार बीन्स का सेवन महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर की समस्या से बचाता है।
कैल्शियम हड्डियों तथा दांतों दोनों के विकास तथा प्रबंधन दोनों के लिए आवश्यक है। इसके अलावा जब हृदय के कार्य की बात आती है तो उसके लिए यह एक आवश्यक पोषक तत्व है।