हमारी हड्डियां कैल्शियम, फॉस्फोरस, प्रोटीन के अलावा कई तरह के मिनरल से मिल कर बनी होती हैं। अनियमित जीवनशैली की वजह से ये मिनरल खत्म होने लगते हैं, जिससे हड्डियों का घनत्व कम होने लगता है और धीरे- धीरे वे घिसने और कमजोर होने लगती हैं। शरीर की बनावट में सबसे अहम रोल हड्डियों का होता है। इनके कमजोर होने पर शरीर मोहताज हो सकता है। ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसा रोग है जो हड्डियों में कमजोरी का कारण है। इससे हड्डी में फ्रैक्‍चर का खतरा बढ़ जाता है। हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए आवश्‍यक खनिज, कैल्शियम और विटामिन डी की ज़रूरत होती है।

ग्रीन टी में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट विटामिन सी और विटामिन ई से भी बहुत ज्यादा बेहतर पाए गए हैं। पाया गया है कि ग्रीन टी हड्डियों को मजबूत करती है और आर्थराइटिस का खतरा कम करती है।

जब हम कैल्शियम के बारे में सोचते हैं तो हमारे दिमाग में सबसे पहले जो चीज आती है वो है दूध। आसानी से पाच्य दूध सबसे बढ़िया कैल्शियम का स्त्रोत है। बचपन से लेकर बड़े तक हड्डियों को मजबूत बनाने में दूध बहुत जरूरी है। एक कप दूध में 280 मिलीग्राम कैल्शियम होता है।

बन्द गोभी में बोरोन तत्व पाया जाता है। हड्डियों की मजबूती में इसका अहम योगदान होता है। इससे खून में एस्ट्रोजीन का स्तर बढता है जो महिलाओं मे अस्थियों की मजबूती बढाता है। पत्ता गोभी की सलाद और सब्जी प्रचुरता से इस्तेमाल करें।

फाइबर और पोटैशियम से युक्त अंजीर में कैल्शियम भी प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है। यह आपकी हड्डियों को भी मजबूत करने में भी मदद करता है। मैग्नीशियम के साथ अंजीर हार्ट बीट को भी सही रखता है।