यदि आप रोज़मर्रा में अक्सर चीजें भूल जाते हैं और आपकी याददाश्त दिन प्रतिदिन कमज़ोर होती जा रही है तो यह अवश्य ही आपके लिए चिंता का विषय है। ऐसा प्रतीत होता है मानो उम्र के साथ हमारी याददाश्त भी कमजोर हो रही हो लेकिन क्या वास्तव में इसके निवारण के कोई उपाय नहीं हैं या फिर हम उनसे अनभिज्ञ हैं। कभी-कभी यह ख्याल आता है कि दिमाग भी कितने काम की चीज़ है, इतना छोटा-सा होकर भी हमारे पूरे शरीर पर नियंत्रण रखता है दिमाग। दिमाग की शक्तियों का अंदाजा भी हम नहीं लगा सकते, यह हरदम हमारे लिए काम करता है। जब हमें दिमाग की जरूरत हो यह हाजिर रहता है, हर बेशक थक जाएं लेकिन दिमाग चलता रहता है।
हजारों सालों से दिमाग तेज करने के लिए आयुर्वेद में ब्राह्मी का उपयोग किया जा रहा है। गुनगुने पानी के साथ आधा चम्मच ब्राह्मी आपके मस्तिष्क की क्षमता को बढ़ाता है। बच्चों के लिए छोटी उम्र से यह उपाय करने पर काफी लाभ मिलता है। इससे मस्तिषक एक्टिव होता है।
अश्वगंधा का उपयोग पुराने समय से आयुर्वेद में किया जाता रहा है। इसमें ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो नर्व सेल को खराब होने से रोकते हैं और याददाश्त को तेज़ करने का काम करते हैं। अश्वगंधा का सेवन पाउडर के रूप में या फिर टेबलेट के रूप में भी किया जा सकता है। अश्वगंधा दिमाग तेज करने में और एकाग्रता बढाने में उपयोगी होता है। साथ ही यह अल्झाइमर, पार्किन्सन और अन्य मस्तिष्क की बीमारियों से बचाता है।
अश्वगंधा स्मृति बढ़ाने में काफी लाभदायक हैं। अश्वगंधा का प्रयोग लगभग सभी हर्बल मस्तिष्क टॉनिक को बनाने में किया जाता है। अश्वगंधा समझने की शक्ति को बढ़ाने का काम करती है।