एड्स स्वयं में कोई बीमारी नहीं है। लेकिन एड्स से पीड़ित व्यक्ति का शरीर संक्रामक बीमारियों के प्रति अपनी प्राकृतिक प्रतिरोधी शक्ति खो बैठता है, जो जीवाणु और विषाणु आदि से होती हैं। एच आई वी यानि ह्यूमन इम्युनडिफिशिएंशी वायरस एक विषाणु है जो बॉडी के इम्यून सिस्टम पर नकारात्मक प्रभाव ड़ालता है और व्यक्ति के शरीर में उसकी प्रतिरोधक क्षमता को दिनोंदिन कमजोर कर देता है। अगर आपको यह चीजें पता होंगी तो आप इसका निदान आसानी से कर सकेंगे। अक्सर ऐसा देखा जाता है कि हम एचआईवी टेस्ट को लेकर काफी शरमाते हैं। हालांकि आज के समय में एचआईवी जांचने के और भी कई तरीके उपलब्ध हैं।
क्या आपको लगातार बुखार आ रहा है? तो आप सावधान रहें क्योंकि लगातार आने वाला बुखार एड्स का एक लक्षण हो सकता है। इस बीमारी में इम्यून पावर कम हो जाता है, जिसके कारण आपका प्रतिरोधी तंत्र बार-बार बुखार को रोक नहीं पाता।
एचआईवी ग्रस्त व्यक्ति को रात में लगातार पसीना आता रहता है व्यक्ति अपने पसीने से राहत पाने के लिए अपने सारे कपड़े निकाल देता है किंतु इन सब के बाद भी अत्यधिक पसीने के कारण सोना असंभव होता है।
आपने किसी प्रकार का भी भारी काम नहीं किया या फिर आप शारीरिक मेहनत का कोई काम नहीं करते , फिर भी मांशपेशियों में हमेशा तनाव और अकड़न रहती है। यह भी एच आई वी का लक्षण होता है।