बिलनी वैसे तो कोई रोग नहीं है लेकिन इस रोग के होने पर रोगी को बहुत परेशानी होती है। यह रोग आंखों की ऊपरी या निचली परत पर दाने के रूप में हल्के लाल रंग में उभरता है। इस फुंसी में दर्द होता है , सूजन होती है। पलक झपकाना मुश्किल हो जाता है। कई बार इससे आँख में खुजली या जलन भी होती है। तेज रोशनी से दिक्कत होने लगती है।
गुहेरी पलक के किनारे पर होने वाली एक पीड़ादायक, लाल मुहांसे के समान उभार है। कभी-कभी बरौनी के फॉलिकल या पलक की तेल ग्रंथि संक्रमित हो जाती है। यह लाल और अधिकतर पीड़ादायक और सूजनयुक्त होकर सामान्यतः एक सप्ताह या उससे ज्यादा समय में खुद ही ठीक हो जाती है।
बिलनी जब भी शुरू होती है, तो आँखों में ये चुभती है। ऐसा होने पर आप तुरंत पानी गरम कर लें और सूती कपड़े या फिर रूई को भिगो कर निचोड़ दें। अब इसे बिलनी वाली जगह और आँखों को सेंके करें इसे कम से कम 10 से 15 min तक दिन में तीन बार करें इससे दर्द और सूजन भी कम हो जाता है और यह ठीक भी हो जाएगा इसके अलावा किसी भी उपाय से इसे ठीक नहीं किया जा सकता है।