हकलाना एक ऐसी परेशानी जिसमे व्यक्ति जो बोलना चाहता है, उसे नहीं बोल पाता है। किसी भी बात को दोहराना, लम्बा खीच कर बोलना, रुक रुक कर बोलना और कभी कभी रुक जाना कहलाता है । अगर किसी बच्चे या किसी उम्र के व्यक्ति के लोगो जीभ मोटी हो जाए तो तुलतुलापन हो जाता है। पुरुषों में महिलाओं से ५ गुना ज्यादा हकलाहट और तुलतुलाहट की शिकायत होती है। हकलाने या फिर तुलतुलाने से व्यक्ति को बोलने में बहुत तकलीफ होती है, इसे घरेलू नुस्खों के द्वारा आसानी से ठीक किया जा सकता है
दालचीनी रोज चबाने से हकलापन दूर हो जाता है।
रात को सोने से पहले 1-2 छुहारा दूध में डाल कर उबाल कर के पियें इससे आपकी आवाज पतली और मधुर हो जाएगी।
प्रतिदिन 1 चम्मच घी सुबह शाम चाटें और फिर गाय का दूध पिए 1-2 महीने में अंतर दिखने लगेगा।
जब रात को सोने जाएं तब एक उरद के दाल के जितने आकार का फिटकरी मुँह में रख कर सोएं।
काली मिर्च को पीस कर रख ले और प्रतिदिन मक्खन के साथ सुबह-शाम लें।
शहद में अदरक का रस मिललर रोजना चाटने से हकलाहट में आराम मिलेगा।
पीपल के पके हुए फलों को शहद के साथ सुबह-शाम ले, हकलाहट दूर हो जाएगी।
प्रतिदिन कुछ दिनों तक तेजपत्ते को चूसने से हकलाहट समाप्त हो जाएगी।